कोविद -19 महामारी प्रत्येक गुज़रते दिन के साथ और अधिक तीव्र हो रही है, एसे में भारत सरकार कोरोनवायरस से होने वाले आर्थिक प्रभाव का मुकाबला करने के लिए नीतिगत उपायों पर सक्रिय रूप से काम कर रही है।
इस बात से नीति निर्माण समिति में सख्त सक्रियता साफ़ दिखाई देती है की उन्होंने (मौद्रिक नीति समिति MPC) अपनी पूर्व निर्धारित बैठक जो की अप्रैल 1-3 को होने वाली थी उसे पूर्वित करके अप्रैल 24-27 करने का फ़ैसला किया। यह फ़ैसला, देश के वर्तमान व्यापक आर्थिक और वित्तीय स्थितियों का सावधानीपूर्वक मूल्यांकन करने के बाद किया गया था।
कॉरपोरेट क्षेत्र के लिए एक बड़ी राहत के रूप में, आरबीआई (RBI) गवर्नर शक्तिकांत दास ने 1 मार्च 2020 से बकाया सभी अवधि ऋण (term loan) के किश्त के भुगतान पर 3 महीने की मोहलत (moratorium) की अनुमति दी। इसके अलावा, शिखर बैंक (apex bank) ने भी कार्यशील पूंजी ऋण के ब्याज भुगतान पर तीन महीने तक की मोहलत की घोषणा की।
हमने इस निर्णय से संबंधित आपके लिए आमतौर पर पूछे जाने वाले सभी प्रश्न और उनके उत्तर को संक्षेप में प्रस्तुत किया है:
Q. मेरी किश्त जल्द ही आने वाली है। क्या मेरे खाते से भुगतान नहीं काटा जाएगा?
A. आरबीआई (RBI) ने बैंकों को केवल मोहलत देने की अनुमति दी है। व्यक्तिगत बैंकों को किश्तों (EMI) के निलंबन की अनुमति देनी होगी। उधारकर्ता को बैंक से अनुरोध करना होगा और दिखाना होगा कि उनकी आय कोरोनोवायरस के प्रकोप से प्रभावित हुई है। इसका मतलब है कि जब तक आपको अपने बैंक से विशिष्ट स्वीकृति नहीं मिलती है, तब तक आपकी किश्तें आपके खाते से काटी जाएँगी ।
Q. क्या यह किश्तों की छूट है या मोहलत है ?
A. यह छूट नहीं है, बल्कि एक मोहलत है। आपको बाद में बैंक द्वारा तय की गई किश्तों का भुगतान करना होगा। आरबीआई(RBI) ने बैंकों से कहा है कि वे अपने बोर्ड के स्वीकृति से मोहलत/ऋण स्थगन की नीतियों बना लें।
Q. कौन से बैंक अपने ग्राहकों को यह मोहलत दे सकते हैं?
A. सभी वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक, छोटे वित्त बैंक और स्थानीय क्षेत्र के बैंक सहित), सहकारी बैंक, अखिल भारतीय वित्तीय संस्थान और NBFC (आवास वित्त कंपनियों और सूक्ष्म-वित्त संस्थानों सहित) इसमें शामिल हैं।
Q. क्या ऋण स्थगन(moratorium) में मूलधन और ब्याज दोनों शामिल है?
A. हाँ। यदि आपके बैंक द्वारा घोषणा की जाती है, तो आप ब्याज सहित अपनी पूरी किश्त का भुगतान बाद में कर सकते हैं।
Q. ऋण स्थगन(moratorium) में किस प्रकार के ऋण शामिल है?
A. आरबीआई(RBI) नीति विवरण में स्पष्ट रूप से ऋणों का उल्लेख किया गया है, जिसमें गृह ऋण, व्यक्तिगत ऋण, शिक्षा ऋण, ऑटो और ऐसे कोई भी ऋण शामिल हैं जिनका निश्चित कार्यकाल है। इसमें उपभोक्ता उपयोग की वस्तुओं के लिया गया ऋण भी शामिल हैं, जैसे मोबाइल, फ्रिज, टीवी आदि।
Q. क्या ऋण स्थगन(moratorium) में क्रेडिट कार्ड भुगतान भी शामिल है?
A. चूँकि क्रेडिट कार्ड को परिक्रामी ऋण के रूप में परिभाषित किया जाता है, वे ऋण स्थगन(moratorium) के अंतर्गत नहीं आयंगे।
Q. मैंने व्यवसाय ऋण लिया है। क्या मैं अपनी किश्तों का भुगतान पर मोहलत पा सकता हूं?
A. सारे खुदरा ऋणों पर मोहलत की अनुमति दी गई है।
Q. आरबीआई (RBI) ने व्यवसायों के लिए क्या घोषणा की है?
A. आरबीआई (RBI) ने व्यवसायों द्वारा लिए गए सभी कार्यशील पूंजी ऋणों पर ब्याज भुगतान के लिए मोहलत की अनुमति दी है। संचित ब्याज मोहलत की अवधि के बाद दिया जाएगा। मोहलत को ऋण समझौतों के नियमों और शर्तों में बदलाव के रूप में नहीं माना जाएगा और इसके परिणामस्वरूप परिसंपत्ति वर्गीकरण में गिरावट नहीं आएगी।
चूंकि मौद्रिक नीति समिति (MPC) भारतीय अर्थव्यवस्था पर वैश्विक मंदी के प्रभाव को कम करने हेतु और फिर से विकास को बढ़ाने हेतु कोशिश करना जारी रखेगी, इसलिए हम भी आपके लिए कोरोनोवायरस से निपटने के सभी नवीनतम अपडेट और उपाय लाते रहेंगे।हमने 5 सबसे आवश्यक प्रथाओं पर एक लेख भी संकलित किया है जिसपर प्रत्येक व्यवसाय के मालिक को प्रकोप के दौरान अमल करना चाहिए। हम आशा करते हैं कि आप सभी सुरक्षित रहेंगे और सभी आवश्यक सावधानियों का पालन करेंगे और COVID -19 को अच्छी टक्कर देंगे।
प्राईवेट बेक॓ में EMI में। 3 महीने की राहत मिलेगी
No
Sir mera personal loan pvt. Finance company s chal rh h time a rh h Emi k to mujhey kya krna hoga kuki payment to pass m h nhi is bandi k chaltey payment arrangement nhi ho rha h or Bhi Jaruri libelties h kya karna chahiye
भाटिया जी, सरकार की घोषणाओं के अनुसार, आपको अपने बैंक या फ़ाइनैन्स कम्पनी जिससे से भी आपने लोन लिया है उनसे व्यक्तिगत तौर पे निवेदन करना होगा और बताना होगा की कैसे इस महामारी का प्रभाव आपके व्यापार पर पड़ा है। अगर आपका बैंक या फ़ाइनैन्स कम्पनी चाहे तो आपको ३ महीने की मोहलत दे सकती है।
जो छोटे व्यवसायि लोन नहीं लिया है ,उसके लिए सरकार।या। बैंक क्या किया है।
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